क्या सही में अलगाववादी आसिया अंद्राबी को प्रेरणास्रोत मानती है भाजपा-पीडीपी की सरकार?

अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी की तस्वीर देश की अन्य अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त महिला शख्सियत के साथ लगाई गई है

आसिया अंद्राबी
आसिया अंद्राबी की तस्वीर किस आधार पर लगाई गई

आसिया की तस्वीर किस आधार पर लगाई गई
इस की इजाजत किस ने दी और इस के पीछे किसकी साज़िश थी?

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मनपसंद ‘बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ’ कार्यक्रम को निशाना बनाते हुए कश्मीर घाटी में एक पोस्टर आजकल चर्चा में है ।

इस पोस्टर में अपने अपने क्षेत्र में आसमान की बुलंदियां छु चुकी उन महिलाओं की तस्वीर छापी गयी है जिन्होंने अपने बूते समाज में सफलता हासिल की है और बाकि लोगों के लिए एक मिसाल कायम की है ।

इसी पंक्ति में अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी की तस्वीर मदर टेरेसा, इंदिरा गांधी सहित देश की अन्य अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त महिला शख्सियत के साथ लगाने पर जम्मू कश्मीर की गठबंधन सरकार की किरकरी हो रही है ।

विभिन्न राजनीतिक दल भाजपा –पीडीपी की गठबंधन सरकार पे चुटकी ले रहे हैं और साथ ही उन्हें कठघरे में खड़ा कर रहे ।

महिला अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी पे इस समय देशद्रोह का केस चल रहा है।

मामले को तूल पकड़ता देख राज्य सरकार ने सम्बंधित अधिकारी को फिलहाल सस्पेंड तो कर दिया है लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही ।

आखिर पोस्टर चर्चा में क्यों आया

दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिला के कोकरनाग इलाके में पर्यटन विभाग के एक कार्यक्रम में इंटेग्रेटी चाइल्ड डेवलेपमेंट सर्विस (आईसीडीएस) की ओर से फोटोग्राफी अभियान में लगाए बैनर में जैसे ही अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी की तस्वीर नजर आयी सोशल मीडिया पे बड़े पैमाने पे इस पर चर्चा शुरू हो गयी ।

उनकी तस्वीर का इस तरह छपना सरकार के काम करने के तरीके पे भी ऊँगली खड़ी करता है ।

ऐसा इस लिए हुआ क्यूंकि महिला अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी पे इस समय देशद्रोह का केस चल रहा है। वह पीएसए के तहत जेल में भी रह चुकी है । उनकी तस्वीर का इस तरह छपना सरकार के काम करने के तरीके पे भी ऊँगली खड़ी करता है ।

इस बात पे कड़ा विरोध जताया जा रहा है कि देश की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त महान महिला शख्सियतों के साथ आसिया की तस्वीर किस आधार पर लगाई गई है। इस की इजाजत किस ने दी और इस के पीछे किसकी साज़िश थी । उनकी तस्वीर का इस तरह छपना सरकार के काम करने के तरीके पे भी ऊँगली खड़ी करता है ।

‘बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ’ के लोगो के साथ बने इस बैनर में सबसे पहली तस्वीर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, दूसरी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला, तीसरे नंबर पर टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा, चौथे नंबर पर मदर टेरेसा, इसके बाद आसिया अंद्राबी फिर राज्य की स्वास्थ्य मंत्री आसिया नकाश, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, कश्मीरी महिला कवियित्री हब्बा खातून, देश की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी, कश्मीर की आईपीएस अधिकारी रुबेदा सलाम, आईएएस अधिकारी दीवा फरहत और अंत में गायक लता मंगेशकर की तस्वीर लगाई गई है।

एक तरफ ऐसी महिलाएं हैं, जिन्होंने देश के लिए कुछ किया है और दूसरी तरफ उस महिला की तस्वीर लगा दी जो हमेशा देश के खिलाफ जहर उगलती है और आतंकियों तथा पाकिस्तान का साथ देती है।

अनंतनाग के कोकरनाग में टूरिज्म फेस्टिवल में राज्यमंत्री जहूर मीर, कोकरनाग के विधायक अब्दुल रहीम राथर और पुलवामा के विधायक खलील बंद भी मौजूद थे और कुछ समय बिता कर वहां से चले गए थे ।

आसिया अंद्राबी कभी भी आदर्श नहीं हो सकती: सज्जाद लोन

समाज कल्याण विभाग के मंत्री सज्जाद गनी लोन ने कहा कि इस हरकत के लिए जिम्मेदार सीडीपीओ को निलंबित कर उसके खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर समेत दुनिया के किसी भी हिस्से में सभ्य समाज और महिला वर्ग के लिए आसिया अंद्राबी कभी भी आदर्श नहीं हो सकती।

समाज कल्याण विभाग का स्पष्ट रूप से मानना है कि आसिया अंद्राबी न तो महिलाओं और न समाज के किसी अन्य वर्ग के लिए आदर्श है।

सज्जाद गनी लोन ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है कि समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत आने वाला प्रचार विभाग एक विकेंद्रीयकृत तरीके से काम करता है और सीडीपीओ ही अपने इलाके के लिए प्रचार अभियान का संचालन करने से लेकर उनकी रूपरेखा तय करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसके लिए उन्हें उच्चाधिकारियों से अनुमति की जरूरत नहीं होती। संबंधित सीडीपीओ ने देश की प्रतिष्ठित महिलाओं में आसिया अंद्राबी को शामिल कर अपनी अक्षमता और कोताहियों को ही साबित किया है। इसलिए उसे निलंबित कर दिया गया है।

लोन ने कहा कि समाज कल्याण विभाग का स्पष्ट रूप से मानना है कि आसिया अंद्राबी न तो महिलाओं और न समाज के किसी अन्य वर्ग के लिए आदर्श है। वह सिर्फ बीमार मानसिकता वाले नकारात्मक लोगों के लिए आदर्श हो सकती है, वह पूरी दुनिया में नाहक ही मासूमों का कत्ल करने वालों और समाज को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों का ही प्रतिनिधित्व करती है।

भाजपा-कांग्रेस आमने सामने

कश्मीर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के पोस्टर व बैनरों में अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी के चित्रों पर राज्य की सियासत गर्मा गई है।
भाजपा विधायक रविंद्र रैणा ने अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी को कश्मीर में कई महिलाओं के कत्ल व कई को विधवा बनाने का जिम्मेदार बताया।

कांग्रेस प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने मसले को गंभीर बताते हुए भाजपा से इस मामले में सफाई मांगी है। उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सत शर्मा और उपमुख्यमंत्री डा. निर्मल सिंह से अपना रवैया साफ करने को कहा है।


Note:
1. The views expressed here are those of the author and do not necessarily represent or reflect the views of PGurus.

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