
आयकर विभाग के चेन्नई शाखा ने अपनी २०० पन्नों की रिपोर्ट में, पूर्व वित मंत्री चिदंबरम के परिवार व उनके पुत्र कार्ति चिदंबरम और उसके १४ से अधिक देशों में फैली हुई विशाल सम्पति, को सार्वजिनिक कर दिया है | कुछ दिन पहले, इस संवेदनशील रिपोर्ट के कुछ हिस्सों का खुलासा भारतीय जनता पार्टी के नेता, सुब्रमणियन स्वामी, ने एक पत्रकार सम्मेलन में किया था | कई मीडिया संघटन ने, जिनके संपादकों का चिदंबरम से आचे सम्बन्ध है, इस समाचार को दबाने कि कोशिश की |
जनता के हित में, हम आयकर और प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त छापे में पाए गए परिसंपत्तियों और बैंक खातों की पूरी जानकारी का उत्पादन कर रहे हैं |
- ब्रिटेन के मेट्रो बैंक में कार्ति और उनकी कंपनियों के २१ विदेशी बैंक खाते, एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम से ४ खाते सिंगापुर के ओसीबीसी बैंक में, एयरसेल-मैक्सिस घोटाले में रिश्वत में पकड़े गए विवादास्पद कंपनी, Sabadell Atlantico औए La Caxia Bank के नाम से दो बैंक स्पेन में, HSBC ब्रिटेन, बार्कलेज बैंक मोनाको में, Marseille BNP परिबास फ्रांस में, UBS स्विट्जरलैंड में इत्यादि. जांचकर्ताओं द्वारा पाए गए २१ गोपनीय विदेशी बैंक खातों का विस्तार से विवरण इस पोस्ट के अंत में प्रकाशित किया गया है।
- आयकर विभाग, जिसने कार्ति की कंपनी से हार्ड डिस्क जब्त कर लिया था, को यह पता चला कि पी चिदंबरम, उनकी पत्नी, नलिनी चिदंबरम, बेटा कार्ति और उनकी पत्नी श्रीनिधि ने संयुक्त होकर कैंब्रिज, ब्रिटेन, में एक संपति और एक बड़ा बंगला खरीदा था | आयकर विभाग के जप्त किए गए दस्तावेजों के अनुसार, चिदंबरम और उसके परिवार द्वारा खरीदा गया संपत्ति कुछ इस प्रकार है : ५, होल्बेन क्लोज़, कैम्ब्रिज, सीबी २३७ एएयू | यह विशाल संपत्ति और घर एडमंड सुले होल्ट और हीथ होल्ट से खरीदा गया था | पैसों का लेन-देन कार्ति के लंदन के मेट्रो बैंक के निजी खाते से किया गया था | चिदंबरम ने मंत्री के रूप में किसी भी अनिवार्य हलफनामों में इस संपत्ति की घोषणा नहीं की | मई २०१६ को, राज्यसभा के शपथपत्र में, चिदंबरम ने केवल एक तिहाई संपत्ति, वो भी अपनी पत्नी नलिनी के नाम के रूप में घोषित किया | इसके अलावा चिदंबरम ने अपनी पत्नी के संपत्ति का मूल्य को १.५५ करोड़ दिखाकर उसके मूल्य का तहत चालान भी किया, हाँलाकि ब्रिटेन के रियल एस्टेट वेबसाइट ने उनके कैंब्रिज के संपत्ति का अनुमान ८५ करोड़ से ज्यादा का किया है |
- एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड की सिंगापुर शाखा के बैंक खाते के विवरण के अनुसार, ब्रिटेन के Somerset स्टेट में, ८८ एकड़ के Surridge Farm का सौदा किया जिसको उसने एक मिलियन पौंड में पंजीकृत किया | रजिस्ट्री में इस्कान मूल्य दस लाख पाउंड दिखाया गया है।
- कैंब्रिज में दूसरी संपत्ति सेरेस, २९, मीड हाउस में है |
- चिदंबरम के बेटे कार्ति ने रियल एस्टेट में मनक निवेश कर के और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में संलग्न कर के दुनिया भर में विभिन्न छेत्रों में विशाल साम्राज्य का निर्माण कर लिया है | अत्यधिक खरीदारी २००६ से २०१४ के बीच में हुआ था जब चिदंबरम वित्त मंत्री और गृह मंत्री थे | जांच एजेंसी यह अनुमान लगते हैं कि दुनिया भर में इन परिसंपत्तियों का मूल्य तीन अरब डॉलर से ज्यादा होने की संभावना है | पर सवाल यह है की चिदंबरम ने पहले विश्व के देशों में अचल संपत्ति में निवेश किया ही क्यों? इस पोस्ट में आपको उत्तर मिल जाएगा ।
- कार्ति के सिंगापुर स्थित फर्म ने श्रीलंका के एक बड़े रिसोर्ट के बहुसंख्यक शेयरों को अधिग्रहण किया था | वह लंका फॉर्च्यून रेसीडेंसी के नाम से जाना जाता है | येही नहीं यह कंपनी तीन प्रतिष्ठित रिसॉर्ट्स, ‘वाटरफ्रंट‘, ‘वेलिगामा बे रिज़ॉर्ट‘ और ‘एमेरल्ड बे होटल‘ की भी मालिक है ।
- दक्षिण अफ्रीका में तीन खेत और दाख की बारियां की खरीद फरोत करने हेतु, कार्ति के सिंगापुर कंपनी ने दुबई के माध्यम से पैसा घुमाया | यह ग्रेबोउ में रोवे खेत, केप ऑर्चर्ड और वाइनेर्ड्स प्राइवेट लिमिटेड, और जेडड्लिएट एंटरप्राइजेज, एशटन में एक शराब और स्टड फ़ार्म, के रूप में जाने जाते हैं ।
- दुबई स्थित डेजर्ट ड्यून्स प्रॉपर्टीज लिमिटेड ने भी कार्तिक की सिंगापुर स्थित कंपनी, एडवांटेज, में निवेश किया है | जांच के दौरान यह पता लगा कि इन फर्मों के बीच १.७ मिलियन सिंगापुर डॉलर का सौदा हुआ है । यही नहीं दुबई की पर्ल दुबई फक्स एलएलसी ने भी अपने लाभ के लिए एडवांटेज के साथ वित्तीय लेनदेन किया | इससे पता चलता है कि संयुक्त अरब अमीरात में भीकार्ति से जुड़े फर्मों के कार्यालय और संपत्ति हैं ।
- इंटरनेशनल प्रीमियर टेनिस लीग (एशिया) के मताधिकार खरीदनइ हेतु एडवांटेज के सेरेस, २९, मीड हाउस ने फिलीपींस स्थित कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यमों में प्रवेश किया । फिलीपीन की कंपनियां जो कार्ति की कम्पनिओं के साथ उद्यमों में संगलित थी उनका नाम एसएम एरिना कॉम्पलेक्स कॉर्पोरेशन, स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट इवेंट्स मैनेजमेंट इंक है ।
- एडवांटेज ने सिंगापुर की रीयल एस्टेट कंपनी, रियल बियॉन्ड पिटी लिमिटेड के साथ भी वित्तीय लेनदेन किया था | इस कंपनी के मलेशिया में तीन और सहायक हैं । जांच में यह ज्ञात हुआ कि उपर्युक्त लेन-देन में थाईलैंड में १६ और जमीनों की खरीदारी हुई |
- एडवांटेज की सिंगापुर शाखा ने ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड (बीवीआई) में सोमरसेट सुरीज लिमिटेड नामक फर्म की स्थापना है । येही नहीं एडवांटेज ने ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में फुल इनोवतिओन्स लिमिटेड नामक एक और फर्म में ४०,०००० सिंगापुर डॉलर का निवेश किया है | इसके साथ ही इस कंपनी ने बीबीआई की जिबैन ट्रेडिंग लिमिटेड और स्विट्जरलैंड के कार्यालयों के साथ भी वित्तीय लेनदेन किया है | इस कंपनी के प्रमुख लेन-देन प्रसिद्ध स्विस बैंक, यूबीएस, के माध्यम से हुए थे । जांचकर्ताओं को डॉलर और यूरो में लेनदेन के सबूत मिले | सिंगापुर की एक और फर्म, यूनिसन ग्लोबल इन्वेस्टमेंट लिमिटेड, के साथ भी एडवांटेज ने पांच लाख सिंगापुर डॉलर का लेन-देन किया था |
- कार्ति-नियंत्रित कम्पनिओं ने ‘मनीला मावेरिक्स’ मानक टेनिस टीम के मताधिकार खरीदने के लिए ग्रेविटस इन्वेस्टमेंट्स, मैच प्वाइंट इंटरनेशनल टेनिस इवेंट्स के साथ मिलकर १२ मिलियन डॉलर का सौदा किया जिसका भुक्तान उन्होंने १० किश्तों में किया ।
- कार्ति की सिंगापुर कंपनी ने पेनिंसुलर स्मार्ट नमक कंपनी से मलेशिया में १.९ मिलियन मलेशियाई रिंगिट्स में एक आवासीय फ्लैट का अधिग्रहण किया | इस्सी दौरान जांचकर्ताओं कद कुछ समझौते पत्र भी मिले जो यह दर्शाते हैं कि एडवांटेज, मलेशिया में, कैफे कॉफी डे फ्रैंचाइजी के भी मताधिकार हैं | जांचकर्ताओं ने मलेशियाई कंपनियों के साथ कार्तिक की सिंगापुर फर्म के साथ लेनदेन का भी खुलासा किया है । मलेशिया में दूरसंचार उद्योग मैक्सिस का मुख्यालय है जिसने २००६ में एयरसेल का अधिग्रहण किया था | आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारिओं ने विदेशी मुद्राओं में ३० करोड़ रुपये से अधिक की राशि का भुगतान जब्त कर लिया है |
- सिंगापुर की एडवांटेज ने अगस्त २०१२ में, स्पेन के बार्सिलोना में एक सहायक कंपनी, एडवांटेज एस्ट्राटेक्सा एसोसिएआवा एसएलयू की स्थापना की | यह एक खेल अकादमी है जिसका चेत्रफल ४ एकर है और इसके अन्दर सात टेनिस कोर्ट हैं ।
- कार्ति के सिंगापुर फर्म ने फ्रांस की एक कंपनी, पंप्लोनन ऑर्गेनाइजेशन, में भी १० मिलियन अमरीकी डालर का निवेश किया | यही लोपग ने एथेंस, ग्रीस, में स्थापित कंपनी, पिसानी जॉन सैकेलरियस, के साथ भी वितीय लेन-देन किया है |
- कार्ति की एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड (एएससीपीएल) ने एयरसेल टेलीवेन्यूटर, DCB क्लाइंट, डायेजो स्कॉटलैंड लिमिटेड, कटरा ग्रुप, श्रीलंका निर्यात विकास बोर्ड, यूनिफी वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड, वीएसटी टिलर्स ट्रेक्टर, कार्लटन ट्रेडिंग कंपनी, क्लारिस लाइफ साइंसेजट, आईटीसी केंद्र, बेस्ट लैंड रियल्टी लिमिटेड, एस्सार स्टील लिमिटेड, गोकुल बिल्डर्स एंड एस्टेट्स, एस कुमार, INX मीडिया, कुछ विचार, थागरगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड, Saksoft, ईएल फोर्ज लिमिटेड के साथ लेन-देन किया |
- आयकर विभाग द्वारा जांच के दौरान जब्त की गई कार्ति की कंपनी हार्ड डिस्क के अनुसार यह पता चला कि भारत के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पास अटकी हुई विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) के अपूर्ण सौदे का तत्कालीन वितीय लाभ उनके सुपुत्र कार्ति को होता था ।
- २२ सितंबर, २००८ को, एएससीपीएल को इनएक्स मीडिया से ३५ लाख रुपये मिले (इनएक्स मीडिया अब News X TV चैनल के नाम से जाना जाता है ) जिसने इस अवधि के दौरान एफआईपीबी से २२० मिलियन डॉलर की निकासी के लिए आवेदन किया है | उसी दिन, इनएक्स मीडिया ने नॉर्थस्टार सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को ६० लाख का भुगतान किया । नॉर्थस्टार सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के प्रमुख शेयर, सी.बी.एन रेड्डी के नियंत्रण में है, जोकि एएससीपीएल और उसके सिंगापुर सहायक कम्पनिओं के भी निदेशक हैं । २४ सितंबर २००८ को आईएनएक्स मीडिया ने एएससीपीएल की सिंगापुर की सहायक कंपनी को २०,००० डॉलर का दूसरा भुगतान किया था ।
- २६ सितंबर, २००८ को, एएससीपीएल ने ग्रीस की एक कंपनी, गेबैन ट्रेडिंग लिमिटेड, के साथ ५०,००० डॉलर का वितीय लेन-देन किया था | कंपनी का पता है – ४, ज़ैफ़.मात्सा स्ट्रीट, १४५६४ एथेंस, ग्रीन्स है | एएससीपीएल द्वरा किये गए वितीय लेन-देन की जानकारी यूबीएस के गेबेन ट्रेडिंग खाते में भी उपलब्ध है | बैंक के लेन-देन का विवरण कार्ति को भी चिह्नित किया गया था | दस्तावेजों के अनुसार, स्वास्थ्य देखभाल और पुनर्वास केंद्र के व्यापार ग्रीस में अधिग्रहण किये गए थे | यह सभी लेन-देन तब हुआ जब इनएक्स मीडिया के विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के २२० मिलियन डॉलर कार्ति के पिता पी चिदंबरम के पास मंजूरी के लिए लंबित थे | संक्षेप में, एफटीपीबी मंजूरी के लिए, हत्या आरोपी, पीटर और इंद्राणी, जिन्होंने इनएक्स मीडिया को बेच भी, ने लगभग ९ करोड़ रुपये कार्ति के कम्पनिओं को दिया |
- अगस्त २००८ को, कार्ति के सिंगापुर कंपनी को, नेटवर्क १८ के लंदन स्थित कंपनी, आर्टेवीए डिजिटल, यूके, से ६० लाख शेयर मिले | यह सौदा तब हुआ जब नेटवर्क १८ ने एफआईपीबी मंजूरी के लिए एक श्रृंखला के लिए आवेदन किया था | संयोग से इस समय चिदंबरम वित्त मंत्री थे | इसके आगे कुछ ऐसा हुआ कि एफआईपीबी मंजूरी के प्रसंस्करण के लिए, करीब २५ करोड़ रुपये की रिश्वत ली गई ।
- आयकर द्वारा प्राप्त की गई दस्तावेजों के अनुसार, एएससीपीएल ने कई कंपनियों से पैसा कमाया | यह उस समय कि बात है जब एफडीआई निवेश फाइलें एफआईपीबी और आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति के पास थी | वित्त मंत्री इस समय पी चिदंबरम थे | क्लेरिस लाइफ साइंसेस और डायेजो स्कॉटलैंड लिमिटेड वह कंपनिया थी जिन्होंने कार्तिक के एएससीपीएल को धन हस्तांतरित किया था | इन्ही कम्पनिओं ने विजय माल्या की यूबी स्पिरिट्स, कटरा ग्रुप, आर्सेलर मित्तल से जुड़े हुए सक्सफ्ट का अधिग्रहण भी किया था | आयकर विभाग के विश्लेषण रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 500 करोड़ रुपये कार्ति की कंपनियों को रिश्वत के तौर पर आवश्यक एफआईपीबी और सीसीईए मंजूरी के लिए दी गयी थी |
- छापे में जब्त किये गए दस्तावेज यह भी दर्शाते हैं कि एएससीपीएल को बेस्ट लैंड रियल्टी से भी पैसा मिला | यह उस समय की बात है जब बेस्ट लैंड रियल्टी को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) बैंकों से ३०४ करोड़ का ऋण मिला था |
- एक विचित्र घटना में, ब्रिटिश की एक कंपनी, डीआईजीओ स्कॉटलैंड लिमिटेड, जिसने विजय माल्या की यूबी स्पिरिट्स का अधिग्रहण किया था, ने उस समय के प्रधान मंत्री, मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री चिदंबरम से नियुक्ति लेने हेतु, कार्ति के एएससीपीएल को सेवा प्रभार के रूप में १५,००० डॉलर का भुगतान किया था | डीआईजीओ स्कॉटलैंड लिमिटेड ने कार्ति को धन्यवाद् करते हुए ईमेल भी किया था | इस्सी ईमेल में सेवा प्रभार के रूप में १५,००० डॉलर का भुगतान प्राप्त किया हुआ रसीद भी संलगन किया गया था | यह अब सत्ता का दुरुपयोग का स्पष्ट मामला है | इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत कारवाही होनी चाहिए |
- चिदंबरम द्वारा बेटे कार्ति की कंपनी को पक्षपात का एक और अन्य मामला स्पष्ट हुआ – सितंबर २००६ में, रूस के नेशनल इंडस्ट्रियल बैंक (नासप्रोम) ने कार्ति की कंपनी, एएससीपीएल, को अपने इंडियन ओवरसीज बैंक के संयुक्त उद्यम के लिए, बिजनेस कंसल्टेंट के रूप में नियुक्त किया था | आयकर विभाग द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों में एएससीपीएल का रूसी बैंक नजप्रोम और नाज़प्रोम की श्रृंखला के संचार के साथ, आईओबी, जिसमें चेन्नई की बैठकों के साथ, के सम्झातों के बारे में भी जिक्र किया गया है | ईमेल से यह भी जानकारी मिली कि रूसी बैंक और पीएसयू आईओबी के साथ प्रत्येक लेनदेन में, कार्तिक के कंपनी, एएससीपीएल, ने कंसल्टेंसी के रूप में पैसा कमाया था | वित्त मंत्री चिदंबरम द्वारा अपने बेटे कार्ति की कंपनी के लिए कटौती करने हेतु यह सत्ता का दुरुपयोग करने हेतु बहुत ही स्पष्ट मामला सामने आया है |
- कार्ति के एएससीपीएल को दक्षिण अफ्रीकी कंपनी, निकोलस स्टैंस एसोसिएट्स लिमिटेड, से भी बहुत पैसे मिले | यह दक्षिण अफ्रीकी कंपनी आईपीएल क्रिकेट को सुरक्षा प्रदान भी करति थी | कार्ति की कंपनी के साथ पैसों को लेन-देन तब हुआ जब चिदंबरम गृह मंत्री थे ।
- दस्तावेजों से यह भी पता चला कि एएससीपीएल को नाबार्ड बांडों की बिक्री के लिए आलियांज सिक्योरिटीज़ से कमिशन के रूप में बहुत पैसे मिले | इस समय भी चिदंबरा गृह मंत्री थे |
- यह पैसा वित्त मंत्री चिदंबरम को शेयर की बिक्री के संबंध में और मैसूर में ज़मीन के विशाल हिस्से को वीएसटी टिलर्स एंड ट्रैक्टर्स लिमिटेड को बिक्री करने के लिए, कार्तिक के मेलट्रैक लिमिटेड से भुगतान किया गया था | यह जमीन यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को गिरवी में दी गई थी | पी चिदंबरम को मैलट्रैक लिमिटेड से असुरक्षित लेनदार के रूप में दिखाया गया था ।
- कार्ति के कंपनियों में, जिसमे एएससीपीएल भी शामिल है, में एक बहुत दिलचस्प बात है – सब में सी बी एन रेड्डी, भास्कर रमन, मोहनन राजेश, रवि विश्वनाथन, और वी पद्मा ही पांच आम निदेशकों हैं | आयकर विभाग ने यह खुलासा किया कि इन सभी पांच व्यक्तियों ने एक उत्सुक विले में प्रवेशित हैं | विल के अनुसार, चिदंबरम से सम्मान और प्यार में, यह पांच व्यक्ति सभी संपत्तियों और परिसंपत्तियों को कार्ती या चिदंबरा की बेटी अदिती को बकाया करना चाहते हैं |
- क्रोएशिया में एक बहुत ही प्रसिद्ध होटल है जिसका नाम Hotel Mozart है | इस होटल के भवन पूरे ऐतिहासिक में महत्व है । द्वितीय विश्व युध के दौरान, यह इमारत यूगोस्लाविया सेना का मुख्यालय था । परिमाणिक सबूत से पता चलता है कि कार्ति ने इस होटल में $५ मिलियन निवेश किया था ।
- आयकर रिपोर्ट के अनुसार, कार्ति की कंपनी, एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड (एसीपीएल), ने नियुक्ति के लिए ब्रिटेन की एक कंपनी, दिग्गज डायेजो, से भी १५,००० डॉलर स्वीकार किया था | इस समय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री चिदंबरम थे |
- दस्तावेजों से पता चला कि चिदंबरम किराया भुगतान के लिए २ लाख रूपए प्रति माह अपनी पत्नी और पुत्र कार्ति को दिया करते थे | यह किराया जोर बाग के चार मंजिला माकन के एक मंजिल के उपयोग के लिए दिया गया था | क्या चिदंबरम का परिवार सिर्फ एक मंजिल के मालिक हैं? अन्य तीन का मालिक कौन है? यकीनन, यह भारत के इतिहास में, राजनीतिज्ञ के परिवार से, सबसे बड़ा काले धन को पकड़ है | सबसे महत्वपुर्ण सवाल यह है कि सरकार सीबीआई, ईडी और आयकर को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, पीएमएलए, बेनामी लेनदेन अधिनियम के तहत कब कारवाही शुरू करने का आदेश देगा ? और वह समय कब आएगा जब चिदंबरम और उसके परिवार के सदस्यों के काले धन की जब्ती होगी ?
कार्ति के स्वामित्व वाले बैंक खातों की सूची:

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